जयपुर पिंक सिटी, राजस्थान

मैं हूं जिस बस्ती की हूर…. नगर गुलाबी है मशहूर,
जरा सा हँस के बहियाँ डाल यहीँ से दिखला दूं जयपुर,
जरा सा टेढो हो जा बालमा मेरा जियो भटके…
पल्लो लटके रे म्हारो पल्लो लटके….



ये है एक पुरानी हिन्दी फिल्म का मशहूर गाना जिसमें हीरो और हीरोइन गाने में गुलाबी शहर जयपुर की बात कर रहे हैं….तो  आइए इस बार ले चलते हैं आपको राजस्थान की राजधानी  गुलाबी शहर के नाम से मशहूर  …..पिंक सिटी जयपुर।




जयपुर शहर को राजा सवाई जयसिंह ने बसाया था इसलिए इस शहर का नाम उनके नाम से जयपुर पड़ा। जयपुर शहर के महलों और पुराने घरों  का निर्माण धौलपुर के गुलाबी पत्थरों से हुआ था जो कि यहां के स्थापत्य कला की विशेषता है। पहले से इस शहर का नाम गुलाबी नगरी नहीं था महाराजा रामसिंह द्वितीय के शासनकाल सन 1876 में जब वेल्स के राजकुमार जयपुर आए तो महाराज रामसिंह ने उनके स्वागत में पूरे जयपुर को गुलाबी रंग से रंगवा दिया। तब से जयपुर गुलाबी नगर या पिंक सिटी के नाम से मशहूर हो गया।

आधुनिक शहरी योजनाकारों ने जयपुर को सबसे  नियोजित और व्यवस्थित शहर माना है। यह देश का पहला ऐसा शहर था जिसे पूरी तरह योजना बनाकर बसाया गया था। राजा जयसिंह ने बढ़ती आबादी और पानी की व्यवस्था का पूरा ध्यान रखा था। कहा जाता है कि इस शहर को एक-एक इंच नाप लो कहीं भी आपको कोई भी फर्क नहीं मिलेगा। इस शहर के बारे में कहा जाता है कि ये भारत का पेरिस है तो चलें फिर "एन इवनिंग इन पेरिस" मतलब "एन इवनिंग इन जयपुर" अरे यार चलो कुछ समय तो बिताते हैं भारत के पेरिस या पिंक सिटी जयपुर में।

 जयपुर शहर तीन दिशाओं से अरावली की पहाड़ियों से घिरा हुआ है जयपुर लगभग 200 वर्ग किलोमीटर से अधिक के क्षेत्रफल में फैला हुआ है राजधानी दिल्ली से जयपुर की दूरी लगभग 280 किलोमीटर है। जुलाई 2019 में जयपुर को वर्ल्ड हेरिटेज सिटी का दर्जा दिया गया। जयपुर को भारत के टूरिस्ट सर्किट गोल्डन ट्रायंगल का हिस्सा माना जाता है।  इस गोल्डन ट्रायंगल में दिल्ली, आगरा और जयपुर आते हैं। भारत के नक्शे में इनकी स्थिति एक त्रिभुज की तरह दिखाई देती है। इसलिए इसे गोल्डन ट्रायंगल कहा जाता है। जो भी विदेशी इंडिया घूमने आते हैं वह लगभग सबसे पहले इन तीन जगह को ही घूमते हैं।

आइये सबसे पहले देखने चलते हैं पिंक सिटी जयपुर के रंगीन बाजार :-



जयपुर के मुख्य बाजार हैं जौहरी बाजार, बापू बाजार, नेहरू बाजार, चौड़ा रास्ता, त्रिपोलिया बाजार और एम आई रोड के बाज़ार। ये बाज़ार बहुत खूबसूरत और रौनक भरे हैं। दुकाने रंगबिरंगे सामानों से भरी पड़ी हैं। यहाँ मीनाकारी वाले आभूषण लोगों को बहुत पसन्द आते हैं। राजस्थानी चित्रकला के नमूने, पीतल का सजावटी सामान, वनस्पति रंगों से बने वस्त्र, हथकरघा उत्पाद और बहुमूल्य पत्थर यहां की विशेषता हैं। नागरा-मोजरी जूतियां, संगमरमर की मूर्तियां हाथी दांत के हस्तशिल्प ब्लू पॉटरी आदि शामिल हैं। इन सामानों को देखकर मन ललचाता है कुछ भी छोड़ने का मन नहीँ करता, सब कुछ खरीद लेने का जी चाहता है…अरे ...आप क्रेडिट कार्ड तो साथ लाये हैं न...☺️☺️


पिंक सिटी जयपुर के दर्शनीय और महत्वपूर्ण स्थल के नाम और लिंक निम्नलिखित है :-










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